कोने में दुबका
एक सूखा गमला।
नकारा।
बिदका।
राह से हटकर,
राह में, इसकी
की कब बहाली हो।
वेदना से ज़्यादा,
रूखी मिट्टी, उसमें
और तीन शुष्क डंडियाँ।
डर से कुम्हलाती,
ये सोचती,
गिर ना जाएँ गमले से बाहर, किसी रोज़।
जब तक खूँसी हैं,
गमले में।
अलंकृत है वो कोना।
गमले से। और।
उसमें खुँसी
तीन मुरझाई डंडियों से।
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